दलविहीन लोकतंत्र का सपना देखने वाले आदर्शवादी छात्र-नौजवान हाशिए पर फिंक गए थे ।
3.
इस बीच वह â € ˜ पार्टी लैस डेमोक्रेसीâ € ™ या दलविहीन लोकतंत्र की वकालत भी करते रहे, लेकिन अपना मॉडल क्या हो, यह बता पाने में विफल रहे।
4.
हां, दलविहीन लोकतंत्र की एक सैद्धांतिक बहस आप चला सकते हैं लेकिन मुझे पता था कि अन्ना हजारे जैसे एक सीधे-सच्चे साधारण कार्यकर्ता के लिए ऐसी बहस बहुत गरिष्ठ हो जाएगी।